गीता में कुल अठारह अध्याय हैं ,जिनमे 702 श्लोक है.इन सभी का उर्दू पद्यानुवाद क्रमशः प्रस्तुत किया जायेगा .सभी अध्यायों के संस्कृत और उर्दू नामों के साथ श्लोक संख्या दिए जा रहे हैं.
1 -अर्जुन विषाद योग . अर्जुन की बेदिली 47
2 -सांख्य योग शगले इरफ़ान 72
3 -कर्मयोग अहमीयते अमल 43
4 -ज्ञान कर्म सन्यास योग आरिफाना तरके अमल 42
5 -कर्म सन्यास तर्के अमल 29
6 -आत्म संयम योग तज़किअ ये नफ्स 47
7 -ज्ञान विज्ञानं इल्मे मुआरिफत 30
8 -अक्षर ब्रह्म हस्तीये लाजवाल 28
9 -राजविद्या राजगुह्य सुल्तानुल उलूम 34
10 -विभूति योग जलाले यज्दानी 42
11 -विश्वरूप दर्शन दीदारे जाते मुतलिक 55
12 -भक्ति योग तरीकते इश्क 20
13 -क्षेत्र क्षेत्र विभाग इम्तियाजे जिस्म ओ जां 34
14 -गुण त्रयविभाग तकसीमे सिफ़ाते सहगाना 27
15 -पुरुषोतम जाते बरतर 20
16 -देवासुर संपत्ति सिफ़ाते मलकूती ओ शैतानी 24
17 -श्रद्धा त्रय विभाग एतकाते सहगाना 28
18 -मोक्ष सन्यास तर्के निजात 78
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कुल श्लोकों की संख्या - 702
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गीता में संस्कृत में जितने श्लोक है ,उतने ही "गीता सरल "में उर्दू पद्य है,अर्थात हरेक श्लोक का उर्दू पद्यानुवाद दिया जायेगा .और वही नंबर दिए जायेंगे जो संस्कृत के श्लोकों के नंबर हैं .इस से अर्थ समझनेमें आसानी होगी
मैं अपने सभी आदरणीय पाठकों और सहयोगी मित्रों से क्षमाप्रार्थी हूँ ,कि पिछले दो महीनों में घरेलू कार्यों के कारण नए लेख प्रकाशित नहीं कर सका था .अब पहले की तरह नियमित लेख प्रकाशित किये जायेंगे .लेख तैयार हैं .आप इसी तरह सहयोग करते रहेंगे ऐसा मुझे विश्वास है .मेरे दूसरे ब्लॉग "geeta -urdu .blogspot .com गीता सरल का प्रथम अध्याय तैयार हो चूका है .
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